42 वर्षीय व्यक्ति की 21 दिसंबर को भोपाल के एक निजी अस्पताल में आयोजित कोवाक्सिन के ट्रायल में भाग लेने के दस दिन बाद मृत्यु हो गई। ट्रायल का आयोजन भारत बायोटेक ने किया था। कंपनी ने इससे साफ़ इंकार करते हुए की मृत्यु कोवाक्सिन के टीके के कारण हुई है अपना पल्ला झाड़ लिया।
हैदराबाद स्थित कंपनी ने शनिवार को स्पष्ट किया कि मृत्यु टीका से असंबंधित थी और मृत्यु का संभावित कारण कार्डियो श्वसन विफलता थी।
भारत बायोटेक ने अपनी सफाई में कहा है की कंपनी ने अपने इस तीसरे चरण के ट्रायल में भाग लेने वाले सभी लोगो से कांटेक्ट बनाये रखा और समय पर कॉल करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। परन्तु भारत बायोटेक पर इससे पहले भी आरोप लगते रहे है की लोगो की बिना जानकारी के उन्हें टीका लगाया गया।
अब इस मृत्यु के बाद देखना होगा की सरकार का इस पर क्या जवाब आता है। आपको याद दिला दे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही घोषणा कर चुके है की कोवाक्सिन टीकाकरण की प्रक्रिया 16 जनुअरी से प्रारंभ होगी।
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